दिल्ली: चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह, सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने 93वें वायुसेना दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित की.
सीडीएस ने भारतीय वायु सेना, थलसेना और नौसेना प्रमुखों के साथ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की. इस बीच वायुसेना दिवस समारोह के तहत वायु योद्धाओं ने हिंडन एयर बेस पर मार्च पास्ट भी किया. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने इस अवसर पर वायु सेना कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को शुभकामनाएं दीं. उन्होंने राष्ट्र सेवा में वायु सेना की प्रतिबद्धता और साहस पर प्रकाश डाला.
Warm greetings to all air warriors, veterans and their families on Air Force Day! The Indian Air Force has always demonstrated courage, commitment, and excellence. Our Air warriors protect our skies and serve the nation with tireless dedication during disasters and humanitarian…
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 8, 2025
एक्स पर एक पोस्ट में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘वायु सेना दिवस पर सभी वायु योद्धाओं, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को हार्दिक बधाई! भारतीय वायु सेना ने हमेशा साहस, प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता का प्रदर्शन किया. हमारे वायु योद्धा हमारे आसमान की रक्षा करते हैं और आपदाओं और मानवीय मिशनों के दौरान अथक समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘हमारी वायु सेना ने अपनी ताकत और हर चुनौती का सामना करने की तत्परता से राष्ट्र को गौरवान्वित किया है. मैं भारतीय वायु सेना को भविष्य के सभी प्रयासों में सफलता के लिए अपनी शुभकामनाएं देती हूं.’ भारतीय वायु सेना वायु सेना दिवस समारोह के दौरान ऑपरेशन सिंदूर की उपलब्धियों पर प्रकाश डालेगी. यह बल की संचालनात्मक शक्ति, बढ़ती तकनीकी क्षमताओं और वर्षों से निभाई गई मानवीय भूमिका का प्रदर्शन करेगा.
इस वर्ष प्रदर्शन सूची में वे भी शामिल हैं, जिन्होंने इस्लामाबाद को पीछे हटने और युद्ध विराम के लिए मजबूर करने में भूमिका निभाई थी, जब उसके सैन्य संचालन महानिदेशक (डीजीएमओ) ने अपने भारतीय समकक्ष से बात की थी. इस प्रदर्शनी में राफेल, सुखोई एसयू-30एमकेआई और मिग-29 जैसे लड़ाकू विमानों के साथ-साथ भारत के स्वदेशी नेत्र एईडल्व्यू एंड सी, सी-17 ग्लोबमास्टर III, स्वदेशी आकाश सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली, C-130J हरक्यूलिस, लॉन्गबो रडार से लैस अपाचे लड़ाकू हेलीकॉप्टर और एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर भी शामिल होंगे. एक एस-बैंड रोहिणी रडार भी इस प्रदर्शनी का हिस्सा होगा.
हाल ही में सेवानिवृत्त हुए मिग-21 बाइसन भी भारतीय वायुसेना को अपनी छह दशकों से अधिक की सेवा के सम्मान में इस प्रदर्शन का हिस्सा होंगे. इस वर्ष की परेड भारत के सबसे बड़े और सबसे रणनीतिक एयरबेसों में से एक, हिंडन एयर बेस पर होगी. इससे पहले वायु सेना दिवस परेड 2024 में चेन्नई और 2023 में प्रयागराज में आयोजित की गई थी.