उत्तराखंड: देहरादून में भारी बारिश और बादल फटने के बाद हाहाकार मचा है. प्रशासन के मुताबिक़ अभी तक सात आठ लोगों के लापता होने की सूचना है. सीएम धामी भी प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर रहे हैं. जबकि दर्जनों मकान-दुकान ध्वस्त हो गए हैं। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कई अहम पुल औऱ सड़कें भी ध्वस्त हो गई हैं. नदियां विकराल रूप में डरा रही हैं. एक व्यक्ति का शव अभी तक बरामद हुआ है. आपदा के बाद मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है.
देहरादून के मालदेवता, सहस्त्रधारा और टपकेश्वर मंदिर के आसपास भार बारिश से तबाही मची है. भारी बारिश के कारण टपकेश्वर मंदिर के नीचे से बहने वाली तमसा नदीं भी उफान पर है. मंदिर पर बना पुल पूरी तरह से बह गया है. यहां एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है.
मालदेवता में बारिश से काफी नुकसान हुआ है. कई दुकानों पानी के सैलाब में बह गई। यहां भी लोग लापता बताए जा रहे हैं. सौंग नदी के उफान पर आने के बाद आसपास के गांव खाली कराए गए हैं. मालदेवता से कुमाल्टा जानेवाली सड़ का 100 मीटर से ज्यादा हिस्सा वाशआउट हो गया है.
प्रेमनगर से आगे DIT कॉलेज के पास ग्रीन वैली PG की एक दीवार गिरने के कारण एक छात्र बह गया. एसडीआरएफ टीम द्वारा घटनास्थल पर पहुंचकर पाया गया कि छात्र की मौके पर ही मृत्यु हो गई थी. यहां टोंस नदी पर बना पुल टूट गया है. टोंस नदी विकराल रूप में बह रही है. नंदा की चौकी के पास कुछ लोग पानी के भंवर में फंसे रहे और अचानक एक झटके में तिनके की तरह बह गए. उनकी तलाश में सर्च अभियान जारी है.
राजपुर में भी रिस्पना और जाखन नदियां उफान पर है. यहां शिखर फॉल के नजदीक एक व्यक्ति लापता बताया जा रहा है. भारी बारिश के बाद डोईवाला और नेपाल फार्म के बीच फन फैली के पास देहरादून-हरिद्वार नेशनल हाईवे का बड़ा हिस्सा क्षतिगस्त हो गया. हाईवे पर पानी की रौंद्र रूप देखकर लोग डरे हुए है. हाईवे का एक हिस्सा पूरी तरह से धस गया है.
बारिश के हालात इतने खराब हो गए है कि खुद सीएम धामी को जायजा लेने के लिए ग्राउंड जीरो पर उतरना पड़ा. पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी सीएम पुष्कर सिंह धामी से बात की है और उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है.